Yogi Govt On Madrasa: योगी सरकार ने पुरे प्रदेश में मदरसो की जांच के लिए आदेश दे दिया है। इसके ऊपर पूरा बवाल मचा हुआ है। देश में आतंक के लिंक लगातार इन मदरसो से जुड़े मिलते है। इसके कई प्रमाण भी है। जितने भी आतंकी घटनाये हुई है उसके अंदर ज्यादातर आतंकीवादी कौन होते है? ये आपको पता ही है।
1400 साल पहले से लेकर आजतक का इनका इतिहास आप देखेंगे तो यही मिलेगा कि इन्होंने भारत में सिर्फ रेप, बलात्कार, लूटपाट और धर्मान्तरण ही कराया है। नहीं तो क्या अरब से ये 10 करोड़ लोग चल के आये थे। सिर्फ धर्मांतरण के बलबूते आज ये इतनी मात्रा मे है । इनको मदरसो से दिक्कत इसीलिए है क्योकि इनको विज्ञानं और टेक्नोलॉजी के रंग में रंगी दुनिया से कोई मतलब नहीं है। योगी सरकार द्वारा दिए आदेश में का मकसद है कि इनके मदरसो में चल रही ट्रेनिंग को और गुणवत्ता दी जाए और आतंक की ट्रेनिंग के बदले इन्हे विज्ञानं और टेक्नोलॉजी की शिक्षा दी जाए।
आज इन कई मदरसो में यही शिक्षा दी जा रही है कि कैसे ख़िलजी ने नालंदा और तक्षिला को जलाया था, और शायद इसीलिए ऐसे ही इतिहास को पढ़कर और अपने मजहब के क़िताब को पढ़कर आज पूरा पाकिस्तान और अफगानिस्तान आतंक का अड्डा बन चूका है। ये दोनों देश पुरे तरह से आतंक का लांच पैड बन चूका है।
Yogi Govt On Madrasa: क्या चाहते है योगी?
योगी सरकार इन छोटे छोटे बच्चो को बचाना चाहती है, इन माशूम बच्चो के भविष्य को योगी सरकार उज्जवल बनाना चाहती है। देखिये कोई बच्चा 2 महीने का है , उसको कुछ नहीं पता वो क्या करेगा। इन छोटे बच्चो को ऐसे ही कुछ कुछ मदरसो द्वारा जिहादी शिक्षा दी जाती है और इन्हे देश से ज्यादा अपने मजहब के उन कानूनों को मानने मजबूर किया जाता है जो देश को अपना दुश्मन और खुद को इंसानियत इंसानियत का दुश्मन बना बैठते है। इन्ही मदरसो के कई बच्चो को जिनकी उम्र आज 16 साल है उनको abcd नहीं आती। जिनको इस देश के प्रधान मंत्री और अपने प्रदेश के मुख्यमंत्री का नाम तक नहीं पता, जिनको वास्तविक दुनिया से मतलब ही नहीं है तो वो फिर हूरों वाली इमेजिनरी दुनिया में ही जायेंगे न ।
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एक बात आप और सोचिये कि इन मदरसो को विज्ञानं की शिक्षा से ज़्यादा उर्दू की शिक्षा जरूरी लगती है और इसका नतीजा ये होता है कि आए दिन आतंक और रेप जैसी घटनाये होती है । दूसरी तरफ हमारे हिन्दू समाज के लोगो को संस्कृत की शिक्षा से ज्यादा विज्ञानं की शिक्षा लगती है और इसका नतीजा ये हुआ है की ज़्यादातर हिन्दू ही आज हिन्दू संस्कृति के ख़िलाफ़ है। आज यानी 21th सदी में जहाँ विज्ञान और तर्क अपने हर रोज एक नयी ऊंचाई पर पहुंच रहा है , लोग अंतरिक्ष में नई नई खोजें कर रहे हैं, वहाँ ये मदरसा सबको क़ाज़ी बनना चाहते है। उनकी इतनी जर्जर हालात देख कर तो यही लगता है कि सरकार को जल्द से जल्द कठोर निर्णय लेना चाहिए और इन मदरसों को बंद कर के आधुनिक स्कूल खोलने चाहिए। आज देश की सारी समस्याओं की जड़ सिर्फ और सिर्फ शिक्षा में गुणवत्ता का न होना है। और इसीलिए विज्ञानं के इन दिनों में भी इस समाज का एक तबका आज इन सबसे वंचित रह गया है।
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